यस्तो छ नेपालीमा पाञ्चायन देवताको स्तुति(स्तोत्र)

गणेश स्तुति
हे गौरी सुत हे प्रभो गणपति हे अष्ठसिद्धि पते 
हे स्वामी गजवक्त्र हे गुणनिधान् हे ऋद्धिबुद्धि पते ॥ 
हे लम्बोदर एकदन्त बिजुली झैं क्या चलाख लेखन्या 
सारा दुःख सबै बढारी दिनुहोस मेरा उपर दुःख दिन्या ॥

सूर्य स्तुति
हे राजा ग्रहका पिताजी यमका हे अन्धकारका अरी 
हे छायापति हे शनिश्चर पिता को छन् हजुरका सरी ॥ 
हे श्रीसूर्य जगतभरी घुमीघुमी सबको बिचार गर्दिन्या 
सारा रोगहरु नाश गरिदिनोस मेरा उपर दुःख दिन्या ॥

देवी स्तुति
हे देवी दुःख नाशिनी भगवती हे बिष्णुमाया रमा 
हे नारायणी शारदे गिरिसुते दृष्टि दिनुहोस ममा ॥ 
हे दुर्गे सब देबताकी जननी हे आद्यशक्ति मता 
पाउ पर्छु मलाई सिद्धि दिनुहोस् सेवक हुँ जाउँ कता ॥

शिव स्तुति
हे शम्भु शिव हे सती पति सदा शिरमाथि गंगा लिन्या 
योगी हे हरिभक्त भक्तहरुका सन्ताप सबनाशन्या ॥ 
हे शिरमा शशि लाउन्या मृग लिन्या तीन नेत्रले शोभिन्या 
हे निर्बाण अनन्त सेवक महु ज्ञान बक्सियोस स्थिर हुन्या ॥

विष्णु स्तुति
हे बिष्णु करुणानिधे हरघडि लक्ष्मी सँगैमा लिन्या 
हे बिश्वम्बरहे हरि नरहरि हेभक्तिले देखिन्या ॥ 
हे राधा पति रक्मिणी पति प्रभु हे जानकीका पति 
मेरा दुःख सबै बढारी दिनुहोस बक्सिस् मिलोस् सुख जति ॥मेरो ज्योतिष डटकमबाट

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